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भारत को WHO की चेतवानी: एंटीबायोटिक्स से 20 करोड़ से जयादा लोगो के जान को खतरा

एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) एक ऐसी दवा है जो खाते ही तुरंत आराम मिल जाता है और उसके तीन दिन के कोर्स से आपकी प्रॉब्लम खत्म हो जाती है, लेकिन ये इतनी असरदारक दवाई अब रिस्की हो चुकी है, हाल ही मे WHO ने इस स्टार मेडिसिन के लिए चेतावनी निकली है।

क्यों बनी स्टार मेडिसिन (Antibiotics) एक रिस्क-

एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) मेडिसिन जिससे कोई भी एलर्जी या फिर इन्फेक्शन ठीक हो जाता है, इसके ज्यादा प्रयोग से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है यह स्थिति एन्टिमिक्रोबिअल रेजिस्टेंस दवाई के जयादा यूसेज से होता है, जिसके वजह से कोई भी आइबीओटिक्स आपको सूट नहीं करती है।

क्या है WHO की चेतावनी –

WHO (वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन) के स्टडी से पता चला है की कोविड के दौरान लोगो को बहुत सारी एंटीबायोटिक्स खिलाई गई है, जिसके वजह से लोगो को एन्टिमिक्रोबिअल रेजिस्टेंस का खतरा बढ़ता जा रहा है।

WHO का कहना है की कोविड के समय सिर्फ 7% लोगो को एंटीबायोटिक्स की जरुरत थी, लेकिन कोविड के डर से 80% लोगो ने एंटीबायोटिक्स खाए है जिसके चलते जायदा से जयादा लोगो को एन्टिमिक्रोबिअल रेजिस्टेंस की शिकायते आ रही है।

कोविड के दौरान लोग डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर नहीं बल्कि, नार्मल सर्दी खासी होने पर भी लोग एंटीबायोटिक्स का प्रयोग कर रहे थे।

इन सबका नतीजा ये हुआ है कि सुपरबग में दवाइयों के प्रति रेजिस्टेंस डेवलप हो गया है। यह समस्या कोविड मे गंभीर थी, लेकिन अब और ज्यादा गंभीर हो गई है।

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क्या है एन्टिमिक्रोबिअल और क्यों होता है –

अगर नार्मल भाषा मई बात करे तो जब किसी व्यक्ति के शरीर मई वायरस मजूद होते है तो वो वायरस शरीर को बीमार कर देते है, और अगर शरीर उस वायरस से खुद न लड़ पाए तो, डॉक्टर हमें एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) देते है, जो शरीर के वायरस को ख़तम कर देता है।

लेकिन अगर कोई नार्मल सर्दी खासी होने पर एंटीबायोटिक्स का प्रयाग करता है तो उनका शरीर एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) से इम्यून हो जाता है और बाद मे कोई भी खतरनाक वायरस से एंटीबायोटिक्स डील नहीं कर पता है और उनके शरीर को एंटीबायोटिक्स सूट करना बंद कर देती है।

एन्टिमिक्रोबिअल रेजिस्टेंस दवाई के जयादा से जयादा प्रयोग करने से होता है। रेगुलर यूसे ऑफ़ मेडिसिन विथाउट एनी प्रिस्क्रिप्शन ऑफ़ डॉक्टर कॉसेस एन्टिमिक्रोबिअल रेजिस्टेंस, तहत इस सो हार्मफुल फॉर पीपल, ये स्टेटमेंट WHO ने रिलीज़ किया है और एंटीबायोटिक्स के प्रयोग को काम करने के लिए लोगो को रिक्वेस्ट किया है।

एन्टिमिक्रोबिअल से कैसे बच्चे –

1 – कभी भी सर्दी-जुखाम होने पर तुरंत एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) ना खाएं।
2 – नार्मल सर्दी खासी होने पर दवा ना खा कर, घरेलु उपचार करे।
3 – बिना डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन के दवाई ना खाए, डॉक्टर के खाने पर ही एंटीबायोटिक्स ले।
4 – फ्रूट्स और सब्जियों को खाने मई ज्यादा इस्तेमाल करे।
5 – जंक फ़ूड और प्रोस्सेड फ़ूड का जायदा प्रयोग ना करे ।
6 – मेडिकल स्टोर से खुद दवा खरीद कर ना खाए, उस दवा के बारे मे डॉक्टर से जरूर पोछे।

कौन से लोग जयादा प्रभावित है, एन्टिमिक्रोबिअल रेजिस्टेंस से-

  1. एक साल से लेकर पांच साल तक के बच्चे।
  2. 65 साल से अधिक के वयक्ति।
  3. जिन लोगो ने एंटीबायोटिक्स का प्रयोग जयादा से जयादा किया है।
  4. जो लोग पहले से ही किसी बीमारी से जूझ रहे हो।

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