Home-made Treatment: एक ऐसा पौधा जिसकी पत्तियां ,तना से लेकर फूल,फल है शारीरिक क्षमता को बढ़ने में असरकारक, हम बात कर रहे है सहजन के बारे में सहजन में विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, फाइबर और अन्य पोषण तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी होते है। इसमें अनेक प्रकार के एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो रोगों से बचाव में मदद करते है। इसका सेवन मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करता है. क्योंकि, इसमें शुगर के स्तर को कम करने में मदद करने वाले तत्व होते है। इसमें मौजूद फाइबर से पाचन में भी सुधार होता है, पाचन व्यवस्था सही रहने से आप विभिन्न तरह के दूसरे बिमारियों से बच जाते है। आज हम आपको बताते है की आप इसकी किचन गार्डनिंग कैसे कर सकते है , मतलब घर पर ही गमले की मदद से इसे कैसे लगा सकते है
सहजन / मोरिंगा को लगाने के लिए आपको इन चीजों की जरुरत पड़ती है
सहजन/मोरिंगा पौधे की कटिंग या बीज
गमला
मिट्टी
खाद
पानी
मोरिंगा की कटिंग या बीज को गमले में लगाने के लिए सबसे पहले आप मध्यम या बड़ा आकार का अपनी इच्छानुसार गमला लें।
अब आप 50% कोको-पीट और 50% वर्मीकम्पोस्ट (केंचुआ खाद या गोबर) लें और दोनों को अच्छी तरह से मिला लें। फिर इसे गमले में भर दें।
मिक्स हो जाने के बाद बीज या कटिंग लें। कटिंग लेते समय टहनी को तिरछा काटें और बीज को गमले में लगा दें। आप चाहे तो प्लांट कटिंग या बीज दोनों में से किसी का भी प्रयोग कर सकते है,
कटिंग या बीज को लगाने के बाद अब बारी आती है गमले में पानी डालने की। तो अब आप उचित मात्रा में गमले में अच्छी तरह से पानी डाल दें। इसके बाद आपका गमला पूरी तरह से तैयार हो जाता है । पौधा की ग्रोथ होने में काफी टाइम लगता है, तो आप थोड़ा सब्र करें। अगर आपको सहजन पौधे की कटिंग नहीं मिल रही है, तो आप नर्सरी से भी पौधा खरीदकर ला सकते हैं। यहाँ ध्यान रखना जरुरी है की गमले की साइज क्या रखते है और अगर जहा गमला रखा है वह धुप नहीं पहुँचती तो आप उसे छत पर कुछ घंटो के लिए रख सकते है।
सहजन के पेड़ की जड़ से लेकर फल तक गुणकारी है। आयुर्वेद एक्सपर्ट्स की मानें तो सहजन के तने, पत्ते, छाल, फूल, फल और कई अन्य भागों का अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है
Home-made Treatment: बिना दवाई के शुगर को नियंत्रित करने वाला पौधा – Tweet this?