क्या धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) करा पाएंगे सपा की वापसी?
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल की एक चर्चित हॉट सीट आजमगढ़ में एक समय में आजादी के बाद लगभग दो दशक तक कांग्रेस के कब्जे में रही यह लोकसभा सीट यहां से उत्तर प्रदेश के तीन पूर्व मुख्यमंत्री सांसद रहे।
सबसे पहले सन 1977 में रामनरेश यादव यहां से सांसद बने उसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव और 2019 में अखिलेश यादव यहां से सांसद चुने गए थे लेकिन 2022 विधानसभा चुनाव में यहां से वर्तमान सांसद अखिलेश यादव के करहल विधानसभा से चुनाव लड़कर विधानसभा जाने की वजह से यह सीट रिक्त हुई।
और इस सीट पर लोकसभा का उपचुनाव हुआ , समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में यहां से सैफई परिवार के सदस्य और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) चुनाव मैदान में थे तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ प्रत्याशी थे तो वहीं बसपा प्रत्याशी के रूप में गुड्डू जमाली चुनाव लड़े।
यह भी पढ़ें – जौनपुर की जंग कौन जीतेगा
इस चुनाव का नतीजा यह हुआ कि यहां पर धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) को दिनेश लाल के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा।
इस उपचुनाव के नतीजों में भाजपा के निरहुआ को 3 लाख 12 हजार 768 मत, सपा के धर्मेंद्र यादव को 3 लाख 4 हजार 89 मत तो वहीं मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने वाले गुड्डू जमाली को इस चुनाव में 2 लाख 66 हजार 210 वोट मिले थे।
लेकिन पिछली बार के उपचुनाव में मुकाबले को दिलचस्प बनाने वाले गुड्डू जमाली अब समाजवादी पार्टी के साथ हैं ऐसे में समाजवादी पार्टी को इसका फायदा किस हद तक मिलता है यह भी देखना होगा।
लोकसभा चुनाव 2024 के प्रत्याशियों की बात करें तो सपा से धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) और भाजपा से दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ एक बार फिर से चुनाव मैदान में हैं तो वहीं बसपा ने एक बार फिर इस सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी के रूप में मशहूद अंसारी को टिकट दिया है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मशहूद गुड्डू जमाली जितने प्रभावी तो नहीं हैं लेकिन बसपा के कोर वोटर के साथ ही मुस्लिम वोटर को साधने की कोशिश बसपा द्वारा की गई है, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आजमगढ़ लोकसभा में परिणाम क्या होते हैं और यहां से निरहुआ या धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) कौन बाजी मारता है।