होममनोरंजनबॉलीवुडशोले के ठाकुर की अधूरी प्रेम कहानी

शोले के ठाकुर की अधूरी प्रेम कहानी

बॉलीवुड का हमारी ज़िंदगी में बहुत असर रहता है, यही वजह है की देश का प्रत्येक व्यक्ति अपने पसंदीदा कलाकारो के बारे में जानने को इच्छुक रहता है, एक वक़्त अपने अभिनय के दम पर सबके दिलो में राज करने वाली ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी (Hema Malini) की शादी उस वक़्त के मशहूर चरित्र अभिनेता संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) से होने वाली थी लेकिन किन्ही कारणों की वजह से नहीं हो पायी थी।

क्या है संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) की अधूरे प्यार की कहानी का सच?

आइए आपको विस्तार पूर्वक बताते है की क्या हुआ था –

कैसे मिले थे संजीव हेमा मालिनी

संजीव हेमा मालिनी की दोस्ती सीता गीता हिट मूवी के सेट पर हुई थी, संजीव एक संजीदा कलाकार थे वह अपने साथी कलाकारो के इमोशन का ख्याल रखते थे यही वजह है की सीता गीता मे एक गाने की शूटिंग के दौरान स्केटिंग शूट मे हेमा मालिनी गिर गयी थी जिससे उन्हें चोट भी आयी थी।

उस वक़्त संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) ने उनका बहुत ख्याल रखा था। इस फिल्म से दोनों में एक दूसरे के लिए प्यार और सम्मान दिन प्रति दिन बढ़ता चला गया, संजीव कुमार हेमा मालिनी से शादी करना चाहते थे लेकिन उनकी माँ ने उनके सपने पर पानी फेर दिया उस वक़्त बॉलीवुड में भी संस्कार हुआ करता था, शायद आज का दौर होता तो संजीव हेमा मालिनी की शादी हो गयी होती।

संस्कार ने संजीव का रास्ता रोक दिया, संजीव की माँ शांता बेन नहीं चाहती थी की उनकी बहू कोई अभिनेत्री बने लेकिन हेमा मालिनी के अच्छे स्वभाव ने संजीव की माँ का दिल जीत लिया, लेकिन एक बात जो बाद में चलकर रिश्ता टूटने का सबसे बड़ा कारण बनी वो ये थी की शादी के बाद हेमामालिनी फिल्मो में काम नहीं करेंगी ये शांता बेन की शर्त थी।

यह भी पढ़ें – नरगिस की शादी में क्यों रोए थे राज कपूर

शांता बेन संजीव कुमार हेमा मालिनी के घर जब रिश्ता लेकर गए, हेमा की माँ भी इस रिश्ते को लेकर बहुत खुश थी। सब कुछ सही जा रहा था लेकिन जैसे ही संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) की माँ ने शादी के बाद फिल्म ना करने की बात की तो बात बिगड़ गयी, हेमा की माँ नहीं चाहती थी की उनकी बेटी बॉलीवुड से दुरी बनाये क्योकि उस वक़्त हेमा मालिनी का करियर पिक पर था।

किसी भी रिश्ते के बिगड़ने में किसी तीसरे का हाथ होता ही है यहाँ पर वो तीसरा उस वक़्त के सुपरस्टार राजेश खन्ना थे उन्होंने जानबूझकर एक पार्टी के दौरान संजीव कुमार की मौजूदगी में हेमा मालिनी के साथ कपल की स्टाइल में एंट्री करते है, जिससे संजीव कुमार असहज हो जाते है।

संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) को यह बात बहुत बुरी लगी और उन्होंने इसे अपनी बेइज्जती समझी और बुझे मन से पार्टी छोड़कर घर आ गए, हेमा मालिनी अनजाने में घटे इस घटनाक्रम से आहत थी और उन्होंने संजीव कुमार से फ़ोन पर बात करनी चाही लेकिन कामयाबी नहीं मिली।

हेमा का दिल नहीं माना और वह संजीव से मिलने उनके घर पहुँच गयी लेकिन संजीव एक ही बात पर अड़े थे की हम शादी कर लेते है और तुम शादी के बाद फिल्मो में काम नहीं करोगी, लेकिन हेमा ने इस बात को मानने से इंकार कर दिया।

उसी दिन संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) ने हेमा को गुस्से में इतना तक कह दिया की आज से हम दोनों का रिश्ता खत्म। उस दिन के बाद संजीव गमजदा रहने लगे शूटिंग के बाद घंटो अकेले में रोते रहते थे संजीव कुमार, अनामिका फिल्म में संजीव जया भादुरी के साथ शूटिंग कर रहे थे लंच के दौरान जब जया ने संजीव से उनके दुःख का कारण पूछा तो उन्होंने जया को सबकुछ बताया।

तब जया ने कहा था की तुम इतना परेशान रहकर भी इतनी अच्छी एक्टिंग कैसे कर लेते हो तो संजीव ने कहा था की मैं एक अभिनेता हूँ मेरे ऊपर डायरेक्टर प्रोडूसर का विश्वास है जिससे मैं गद्दारी नहीं कर सकता।

वैसे संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) ने कभी इस बात का जिक्र मीडिया में नहीं किया लेकिन हेमा मालिनी ने एक इंटरव्यू में कहा था की संजीव को एक ऐसी महिला चाहिए थी जो घर पर रहे, घर का काम करे, और उनकी बूढी माँ की सेवा करे बतौर सफल अभिनेत्री हेमा के लिए यह रिश्ता आत्मघाती लग रहा था।

उसी दौरान संजीव, सुलक्षणा पंडित के साथ फिल्म आई उलझन, सुलक्षणा को संजीव का शांत स्वाभाव बहुत अच्छा लगा, मन ही मन सुलक्षणा संजीव को चाहने लगी थी। मौका देखकर जब सुलक्षणा ने संजीव से अपने दिल की बात कही तो संजीव ने कहा मैं हेमा से प्यार करता हूँ और उसके अलावा किसी से शादी नहीं करूँगा। सुलक्षणा का भी संजीव के लिए प्यार इतना ही गहरा था वो भी ताउम्र किसी को अपना नहीं पायी।

संजीव हेमा के गम में धीरे धीरे बीमार रहने लगे और 6 नवंबर, 1985 को 47 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। संजीव ने अपने फिल्मी करियर में कई सुपरहिट फिल्मों में अभिनय किया।

मौत के बाद संजीव की 10 फिल्में रिलीज हुईं। प्यार को शिद्द्त से कैसे जिया जाता है यह संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) ने पूरी दुनिया को बताया मात्र 47 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह देने वाले संजीव ताउम्र कुंवारे रहे।

संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) का वो गाना जो वो अक्सर गुन गुनाया करते थे “आग से नाता नारी से रिश्ता काहे मन समझ न पाया”

 

शोले के ठाकुर की अधूरी प्रेम कहानी – Tweet This?

RELATED ARTICLES

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

- Advertisment -
Sidebar banner

Most Popular

Recent Comments