Verticle Farming शब्द 1915 में अस्तित्व में आया जब गिल्बर्ट एलिस बेली ने इस पर किताब लिखी लेकिन इस आधुनिक अवधारणा को 1999 में प्रोफेसर डिक्सन डेस्पोमियर ने प्रतिपादित किया उनका कहना था की शहरी क्षेत्र में जीवन यापन करने वाले लोगो को भी अपने भोजन के लिए अन्न, सब्जी खुद उगाना चाहिए, शुरुआत में तो यह अटपटा लगा लेकिन धीरे धीरे लोगो का इसके तरफ रुझान बढ़ता चला गया । आज हम किसान सत्ता के फार्मिंग टिप्स में आपको बताते है की Verticle Farming क्या है और इसकी खेती कैसे की जा सकती है ।
वर्टीकल फार्मिंग (Verticle Farming) क्या होता है
वर्टिकल फार्मिंग (Verticle Farming) में खेती का आधार क्षैतिज(समतल) ना होकर वर्टिकल(ऊर्ध्वाधर) होता है, इसका सबसे बड़ा फायदा यह है की आपको ज्यादा जमीन की जरुरत नहीं पड़ती सिमित जगह पर दीवार या लकड़ी के सहारे एक सिस्टम तैयार किया जाता है जिसमे गमले या क्यारी का प्रयोग करके पौधों का रोपड़ किया जाता है, यह विधि पहले अपने देश में नहीं अपनायी जाती थी लेकिन अब इंडिया में भी इस खेती को खूब किया जा रहा है, वर्टिकल फार्मिंग से सबसे ज्यादा खेती इजराइल में होती है, खेती लायक जमीन की काफी कमी होने के कारण इस कमाल की तकनीक का इजाद किया गया है जो ऐसे देशो में बहुत कारगर है जहा उपजाऊ जमीन की कमी है ।
कैसे होती है वर्टिकल फार्मिंग?
आइए अब जानते हैं कि आखिर वर्टिकल फार्मिंग (Verticle Farming) कैसे होती है । दरअसल इस तकनीक के तहत गमलों में छोटे-छोटे यूनिट्स में पौधों को लगाया जाता है और फिर इन्हें वर्टिकल तरीके से दीवार पर लगाया जाता है । ऐसे में सुनिश्चित किया जाता है कि पौधे गमलों से या दीवार से न गिरें ।
वर्टिकल फार्मिंग में मिट्टी खाद का प्रयोग तो सामान्य खेती की तरह होता है लेकिन सिंचाई के लिए ड्रिप मेथड का प्रयोग होता है जिसमे पाइप के माध्यम से एक रुट बनाया जाता है फिर मोटर के माध्यम से सभी पोधो तक पानी पहुंचाई जाती है, इसमें फवारे के माध्यम से भी सिंचाई की जा सकती है।
वर्टिकल फार्मिंग के फायदे
- इसमें खेती करने के लिए मौसम पर निर्भर नहीं रहना होता, यानी आप जब चाहे तब खेती कर सकते हैं ।
- हल्दी,अदरक इस तरह की खेती से 5 फीसदी ज्यादा पैदावार होती है ।
- लटक वाले सब्जी की पैदावार बढ़ जाती है क्योकि इस खेती का आधार ही वर्टीकल है ।
- यह खेती पूरी तरह से बंद जगह में होती है, ऐसे में कीट-पतंगों से नुकसान या बारिश या आंधी-तूफान से नुकसान की आशंका भी नहीं रहती, बशर्ते आपके शेड को कोई नुकसान ना पहुंचे ।
- इस तरह की खेती में सिंचाई में पानी की भी खूब बचत होती है ।
Verticle Farming: बिना जमीन के भी कर सकते है खेती – Tweet This?