शोले (Sholay) की मौसी
शोले (Sholay) की मौसी तो आप सबको याद ही होगी, भला उनको कैसे कोई भूल सकता है आज हम आपको बताते है कालजयी क्लासिक शोले (Sholay) में मौसी का किरदार निभाने वाली मौसी कौन थी , मौसी का किरदार निभाने वाली लीला मिश्रा का जन्म आगरा के एक जमींदार परिवार में 1 जनवरी 1908 को हुआ था। लीला की पढ़ाई लिखाई नहीं हो पायी थी और उनके माँ बाप ने मात्र 12 साल की उम्र में शादी कर दी वो 18 साल की उम्र में दो बच्चो की माँ बन गयी, लीला भले ही पढ़ी लिखी नहीं थी लेकिन उनके पति रूढ़िवादी विचार धारा के नहीं थे यही वजह है की लीला को फिल्म में काम करने का मौका मिला।
फिल्मी सफर
1936 में आई एक फिल्म ‘सति सिलोचना’ में दोनों (लीला और उनके पति रामप्रसाद) ने एक साथ काम किया । लीला को रामप्रसाद से दोगुने रुपया इसलिए मिलता करता था, क्योंकि उन दिनों फिल्मों में फीमेल कलाकार कम होती थीं, उन्होंने ‘चित्रलेखा’, ‘रामबाण’, ‘शीशमहल’, ‘अवारा’, ‘दाग’, ‘प्यासा’, ‘लावंती’, ‘लीडर’, ‘बहु बेगम’ और ‘अमर प्रेम’ जैसी फिल्मो में काम करके अपनी एक अलग पहचान बनायीं।
मौसी की अनोखी शर्त
अपने संस्कृति के प्रति कितना लगाव था की वो फिल्मो में अपनी शर्तो पर काम करती थी की लीला मिश्रा फिल्म साइन करने से पहले यह शर्त रखती थी की कोई इंटिमेट सीन नहीं करेंगी और दूसरी शर्त सर से पल्लू नहीं हटाएंगी।
अनोखा अंदाज
उनका अनोखा अंदाज़ और डायलॉग बोलने का तरीका लोगों को खूब पसंद आया , चाहे संतोषी माँ में किया गया उनका अभिनय हो या शोले (Sholay) में मौसी का रोल हो।
शोले (Sholay) में जब मौसी,जय (अमिताभ बच्चन ) का वो संवाद जब वो उनसे बसंती (हेमा मालिनी ) का हाथ मांगने जाते है, यह सीन मूवी का सबसे चर्चित हुआ, और जब उनका सामना धर्मेंद्र से सामना होता है वो भी एक सदियों तक याद करने वाला संवाद हो गया ।
200 से अधिक हिंदी फिल्मों में एक चरित्र अभिनेता के रूप में काम किया लीला मिश्रा ने सोचने में ये अजीब लगता है जहा आज की हीरोइन कास्टिंग काउच जैसी उलजुलूल बातो में उलझी रहती है वही लीला ने सर से बिना पल्लू उतारे 200 से ज्यादा फिल्मे कर डाले ।
उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1981 में नानी मां में था, जिसके लिए उन्हें 73 वर्ष की आयु में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला ।
17 जनवरी 1988 में 80 साल की उम्र में लीला मिश्रा का निधन हो गया लेकिन आज भी उनकी फिल्मो को देखकर लोग उनसे कनेक्ट हो जाते है ।
किसान सत्ता परिवार की तरफ से लीला मिश्रा को विनम्र श्रद्धांजलि