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इंडिया गठबंधन भेद पाएगा अनुप्रिया का किला?

इंडिया गठबंधन भेद पाएगा अनुप्रिया (Anupriya) का किला?

लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान 1 जून को हो गया है। चुनावी महासंग्राम के इस आखिरी और सातवें चरण में जीतने के लिए सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बात करते हैं पूर्वांचल की एक अहम सीट मिर्जापुर के बारे में जिसे फूलनदेवी के वजह से भी जाना जाता है।

इस सीट पर वैसे तो बीजेपी के सहयोगी दल अपना दल (एस) का कब्ज़ा है। यहां की मौजूदा सांसद अनुप्रिया (Anupriya) हैं जो कि केंद्र सरकार में मंत्री भी हैं। सीट जातीय चक्रव्यूह में फसती दिख रही है। मिर्जापुर सीट पर पटेल, ब्राह्मण और बिंद जाति के मतदाताओं की संख्या अधिक है तो इस बार मैदान में तीनों प्रमुख जातियों के उम्मीदवार हैं।

एनडीए से मौजूदा सांसद अनुप्रिया पटेल मैदान में हैं। सपा ने बीजेपी से टिकट कटने के बाद भदोही के मौजूदा सांसद रमेश बिंद को टिकट दिया है तो वहीं बसपा ने ब्राह्मण चेहरे मनीष तिवारी को अपना प्रत्याशी बनाया है।

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2014 में मोदी लहर में एंट्री करने वाली अनुप्रिया (Anupriya) मिर्जापुर को अपना अभेद किला बनाना चाह रही हैं लेकिन इस बार मुकाबला और मुश्किल हो गया है। 2019 के चुनाव में अनुप्रिया पटेल को 5,91,564 वोट मिले थे तो वहीं सपा के राम चरित्र निषाद को 3,595,56 वोट मिले थे, कांग्रेस की ओर से ललितेश पति त्रिपाठी को महज़ 51, 501 वोट ही मिले थे।

अनुप्रिया पटेल ने 2,32,008 मतों के अंतर से चुनाव में जीत हासिल की थी। इस बार (Anupriya) की जीत उतनी आसान नहीं दिख रही है जितनी पहले के चुनावों में थी। इस बार की मुख्य लड़ाई (Anupriya) और रमेश बिंद के बीच होगी। कुल मिलाकर इस बार मिर्जापुर में कांटे का मुकाबला होगा पर देखना दिलचस्प होगा कि कौन किस पर भारी होगा।

मिर्जापुर का जातीय समीकरण

मिर्जापुर में पटेल वोटर्स की संख्या 2.5 लाख के आसपास है। इसके अलावा दलित वोटर्स की बात करें तो 1,95,000 दलित वोटर्स हैं। 1,60,000 से ज्यादा यहां ब्राह्मण वोटर्स है 1,40,000 यहां पर बिंद वोटर्स हैं। 1,29,000 मुस्लिम वोटर्स भी है। वैश्य वोटर की बात करें तो यहां पर 1,30,000 वैश्य वोटर्स भी है।

जनता की राय

जनता की राय की बात करें तो कुछ लोगों का कहना है कि बीजेपी जीतेगी क्योंकि कोई चुनौती ही नहीं है बीजेपी के लिए। अनुप्रिया पटेल हैट्रिक लगाएंगी। बीजेपी के सपोर्टर नेताओ ने काम भी गिनवाये। उन्होंने कहा कि अनुप्रिया पटेल की जीत दो से ढाई लाख वोटो से हो रही है, यह हमारा काम बोलता है बीजेपी ने प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला गैस जैसी योजनाएं लोगों तक पहुंचाई है,अनुप्रिया (Anupriya) भारी बहुमत से जीतेंगी।

कुछ लोगों ने यह भी कहा कि भाजपा देश को गुमराह करने वाली पार्टी है दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने की बात कही थी 15 लाख रुपए खाते में डालने की बात कही थी, महंगाई आसमान छू रही है ,350 रुपए के सिलेंडर आज ₹1100 में मिल रहे हैं, अच्छे दिन सिर्फ बीजेपी के आए हैं जनता से बीजेपी को कोई लेना देना नहीं है।

प्रधानमंत्री जी मुजरा, मटन और मंगलसूत्र से निकलेंगे तब बताएंगे कि वह बेरोजगारी के लिए क्या कर रहे हैं, देश के अग्निवीरों के लिए क्या करेंगे। माहौल ऐसा है कि इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी रमेश बिंद जीतेंगे, अनुप्रिया (Anupriya) बहुत बुरी तरीके से हार रही है।

अपनी जीत के लिए आश्वस्त होने के बात पर अनुप्रिया (Anupriya) ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि देश में तीसरी बार फिर से मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार बनेगी और मिर्जापुर की जनता भी मुझे तीसरी बार अपना आशीर्वाद दे रही है”।

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