क्या अधीर का रास्ता रोक पाएंगे यूसुफ पठान (Adhir Ranjan vs Yusuf Pathan)
Adhir Ranjan vs Yusuf Pathan: बंगाल के बहरामपुर में तीसरे चरण में मतदान हो चुका है। बहरामपुर की पश्चिम बंगाल में बहुत चर्चा हो रही है। कांग्रेस ने इस बार अधीर रंजन चौधरी को उतारा तो दूसरी तरफ टीएमसी ने पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान पर अपना दांव लगाया। इस सीट का यह इतिहास रहा है कि यहां से कोई भी मुस्लिम सांसद लोकसभा तक नहीं पहुंचा है।
अधीर रंजन (Adhir Ranjan) लगातार 1999 से बहरामपुर के सांसद है। अधीर रंजन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं तथा लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं। मुस्लिम बाहुल्य बहरामपुर में मुस्लिम आबादी को देखकर ममता बनर्जी ने मुस्लिम क्रिकेटर यूसुफ पठान को अधीर रंजन के सामने उतारा है।
लेकिन एक तरफ यहां का इतिहास यह भी है की यहां पर आज तक कोई टीएमसी उम्मीदवार नहीं जीता है।
2019 में अधीर रंजन (Adhir Ranjan) ने 81 हजार वोटों से जीत हासिल की थी। यूसुफ पाठन की जीत के लिए ममता पूरी ताकत झोंक रहीं हैं, इसीलिए इस बार 2024 के चुनाव में बहरामपुर की सीट का मुकाबला आसान नहीं होगा।
वही भाजपा ने यहां पर निर्मल शाह को टिकट दिया है। बीजेपी यहां हिंदू मतों को एकजुट करना चाहती है। बेहरामपुर में 52% मुस्लिम, 13.2% अनुसूचित जाति (SC), 0.9% अनुसूचित जनजाति (ST) के मतदाता हैं, इसके अलावा यहां ईसाई, जैन और सिख समुदाय के मतदाता भी हैं।
यह भी पढ़ें – 3 आउटफिट (Outfits) जो के है गर्मियों में पहनने के लिए बेस्ट
पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान की पॉलिटिकल एंट्री
यहां से यूसुफ पठान टीएमसी के टिकट पर बहरामपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। अधीर रंजन (Adhir Ranjan) बहरामपुर सीट से 5 बार सांसद रह चुके हैं। पठान सेलिब्रिटी तो हैं हीं साथ साथ उनके हक में यह भी बात है कि इस सीट पर 52% वोटर्स मुस्लिम हैं जो कि टीएमसी के कोर वोटर माने जाते हैं।
टीएमसी से चुनाव लडने पर यूसुफ पठान बोले, “वो काफी दिनों से मुझे मना रहे थे। 5 मार्च से हमारी बात हो रही थी तभी मैं कोलकाता से श्रीलंका जा रहा था। ममता बनर्जी और ऑफिस से एक बंदा आया, जो काफी दिनों से मुझसे मिलने की कोशिश कर रहा था।
वो मुझे मिला पर मैं उसे जानता नही था इसीलिए मैंने उसे मना कर दिया। बाद में मैंने इरफान और अब्बू से मशविरा किया। कोलकाता लौटा तब अभिषेक बनर्जी से मिला, उन्होंने कहा की बहरामपुर के लोग चाहते हैं कि आप जैसा कैंडिडेट उनके यहां से चुनाव लडे।
यहां मिले यंगस्टर्स से मैने बात की। सभी ने एक ही बात कही कि दादा आप यहां पॉलिटिशियन बनके मत रहना। आप हमारे बड़े भाई बनके रहना। ये शब्द बहुत कुछ कहते हैं।”
इलाका कोई भी हो, मुस्लिम मोहल्ला सिर्फ यूसुफ पठान को ही वोट कर रहा है। मुद्दा ये भी है की पठान बाहरी हैं पर टीएमसी के वोटर्स सिर्फ ममता के नाम पर पठान को वोट देने को तैयार हैं।
जनता का बयान
पश्चिम बंगाल की इस हॉट सीट पर जनता की राय में अधीर रंजन (Adhir Ranjan) का हाइप बहुत कम हो गया है। लोगों ने कहा की इस बार अधीर रंजन का जीतना मुश्किल है। इस बार यूसुफ पठान ही आयेंगे।
वहीं कुछ लोगों का मानना है की पलड़ा अधीर रंजन (Adhir Ranjan) का भारी है। चुनाव अधीर रंजन ही जीतेंगे। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि हम यूसुफ को वोट देंगे, उनको भी मौका देंगे। आगे देखते हैं कि वो हमारे लिए क्या करते हैं।
बहरामपुर पहुंच कर यूसुफ ने भाषण दिया, कहा,” उन्होंने मुझे आप लोगों के बीच में आप लोगों की खिदमत के लिए भेजा है और मैं उम्मीद करता हु कि आप लोगों ने मुझे प्यार दिया है और ये मोहब्बत हमेशा बनी रहेगी।