क्यों Samajwadi Party ने एक शिक्षक को सौंपी प्रदेश की कमान
Samajwadi Party ने लोकसभा चुनाव के बीच अपने उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल जो कि फतेहपुर सीकरी से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं उनको हटाकर उनके स्थान पर श्यामलाल पाल को उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है समाजवादी पार्टी में लंबे समय से उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी नरेश उत्तम पटेल के पास रही किंतु अब चुनाव के बीच इस बात को लेकर चर्चा जोरों पर है और कई समाजवादी चिंतकों का मानना है कि उत्तर प्रदेश के सियासी समीकरणों में यह Samajwadi Party की अच्छी पहल है और इससे निश्चित रूप से इन चुनाव में पार्टी को लाभ होगा और समाजवादी पार्टी द्वारा दिया गया पीडीए के स्लोगन को मूर्त रूप मिलेगा।
समाजवादी पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति में भी इसका बखूबी ख्याल रखा है! समाजवादी पार्टी ने आज अपने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जिस नाम की घोषणा की है इससे प्रदेश के राजनीति में लोगों को बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि सपा द्वारा इस नाम की घोषणा या प्रदेश अध्यक्ष जैसी अहम जिम्मेदारी दी जाएगी, किंतु लोकसभा चुनाव के बीच समाजवादी पार्टी ने भी साफ कर दिया है कि उत्तर प्रदेश की सांगठनिक व्यवस्था को अब श्यामलाल पाल ही देखेंगे!
कौन हैं श्यामलाल पाल
Samajwadi Party के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल मूल रूप से प्रयागराज के प्रतापपुर विधानसभा के गांव आलानगरी के रहने वाले हैं शिक्षा के दृष्टिकोण से समूचे देश में अपना एक अलग स्थान रखने वाले प्रयागराज से ताल्लुक रखने के साथ ही शिक्षाविद भी हैं और एक इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, इतना ही नहीं श्यामलाल पाल समाजवादी पार्टी से तकरीबन दो दशक से जुड़े हुए हैं प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने से पूर्व भी वह नरेश उत्तम पटेल की कमेटी में उपाध्यक्ष के पद पर भी रह चुके हैं!
श्यामलाल पाल ने शिक्षा के क्षेत्र में रहते हुए साल 2002 में अपना दल के टिकट पर प्रतापपुर विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा है हालांकि इसके कुछ दिन बाद ही वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये तब से लेकर अब तक उन्होंने समाजवादी पार्टी के अलग-अलग पदों पर रहकर लगातार कार्य किया है उनके मनोनयन के बाद से समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता लगातार बधाइयां दे रहे हैं और उनके समर्थकों में खुशी का माहौल है!
तो वहीं सियासी जानकारों के द्वारा समाजवादी पार्टी के इस फैंसले से सपा ने एक बार फिर गैर यादव ओबीसी को प्रदेश की कमान देकर खासकर पाल समुदाय के साथ ही गैर यादव ओबीसी, शिक्षित प्रबुद्ध वोट बैंक को साधने की भी कोशिश की है!
2024 के चुनाव से पहले Samajwadi Party ने एक शिक्षक को क्यों सौंपी प्रदेश की कमान – Tweet This?