Mukhtar Ansari के बेटे उमर अंसारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘शक नहीं है यकीन है की ये मौत नहीं संयोजित हत्या है. अभी पोस्टमार्टम नहीं हुआ है. मैंने एम्स के डॉक्टर के लिए कहा है. देखते हैं प्रशासन क्या करता है? मैंने पत्र लिखा है कि यह एम्स दिल्ली के डॉक्टरों द्वारा किया जाना चाहिए. हमें यहां की चिकित्सा व्यवस्था, सरकार और प्रशासन पर भरोसा नहीं है,
कैसे माफिया से बाहुबली सांसद बना Mukhtar Ansari
मुख्तार अंसारी का जन्म गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में हुआ था। उसके पिता का नाम सुबहानउल्लाह अंसारी और मां का नाम बेगम राबिया था। मुख्तार अंसारी तीन भाईयों में सबसे छोटा है। उसके पत्नी का नाम अफशां अंसारी है। मुख्तार के दो बेटे अब्बास अंसारी व उमर अंसारी है।
मुख्तार अंसारी का कालेज स्टूडेंट से माफिया तक का सफर
जब मुख़्तार कॉलेज में था तब बाहुबली मखनू सिंह से हाथ मिला लिया। मखनू सिंह पूर्वांचल के दिग्गज नेता हरिशंकर तिवारी का खास हुआ करता था। तभी मखनू सिंह की त्रिभुवन सिंह के साथ एक जमीन पर कब्जे को लेकर गैंगवार में लाशें गिरने का सिलसिला शुरु हो गया।
तभी एक कोर्ट परिसर में हुए एक गोलीकांड के बाद एक नाम उभर कर आया, नाम था मुख्तार अंसारी।
इसमें मखूनी के दुश्मन साहिब सिंह की गोली लगने से हत्या हुई थी। कत्ल के बाद जो नाम सुर्खियों में आया वो मुख्तार का था। कहा जाता है वो गोली मुख्तार ने चलाई थी, लेकिन किसी ने उसे गोली चलाते हुए देखा भी नहीं था।
सिंगल गन शॉट में कत्ल का यह केस बेहद रहस्यमय और हैरान करने वाला था। कुछ दिन बाद पुलिस लाइन के अंदर खड़े हुए एक दीवान की इसी अंदाज में हत्या हुई थी, नाम था राजेन्द्र सिंह।
इस हत्या के बाद भी जो नाम सामने आया वो मुख्तार का ही था। यहीं से शुरु हुआ मुख्तार अंसारी के पूर्वांचल के बहुबली और यूपी के माफिया डान बनने का सिलसिला।
भाजपा के दिग्गज नेता कृष्णानंद राय की हत्या
साल 2002 विधानसभा चुनाव में कृष्णानन्द राय ने अंसारी भाइयों मुख्तार और अफजल की प्रभाव वाले क्षेत्र मोहम्मदाबाद से अफजल अंसारी को हराया था, इसी जीत के बाद कृष्णानन्द राय और मुख्तार अंसारी के बीच विवाद बढ़ गया ।
29 नवंबर को बीजेपी विधायक कृष्णानन्द राय पर हमलावरों ने 400 राउंड फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी, जिसमें उनके साथ 6 लोग और मारे गए, इस हत्याकांड में मुख्तार को भी आरोपी बनाया गया ।
दहल उठा था पूर्वांचल
कृष्णानंद राय की हत्या के बाद पूर्वांचल जल उठा, बसें फूंकी गईं, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया ।
बीजेपी के कद्दावर नेता राजनाथ सिंह ने मुलायम सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया । हाई कोर्ट के आदेश पर जांच सीबीआई को सौंपी गई ।
परिवार पर दर्ज हैं 101 केस
मुख्तार अंसारी समेत उसके परिवार पर 101 केस दर्ज हैं । अकेले मुख्तार अंसारी पर कई जिलों में हत्या के 8 मुकदमे समेत 65 मामले और वो बांदा जेल में बंद था । भाई अफजाल अंसारी पर 7 मामले, भाई सिगबतुल्लाह अंसारी पर 3 केस, मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसा अंसारी पर 11 मुकदमे, बेटे उमर अंसारी पर 6 केस दर्ज हैं । मुख्तार अंसारी की बहू निखत पर भी 1 मुकदमा दर्ज है ।
IPS पर मुख्तार अंसारी ने कर दी थी फायरिंग
‘किसकी औकात है जो मुख्तार की गाड़ी की चेकिंग करे’
ये कहानी 27 फरवरी 1996 की है, तब उदय शंकर जयसवाल गाजीपुर के एडिशनल एसपी हुआ करते थे । उन्होंने कहा, घटना 27 फरवरी 1996 की है, दिन में करीब 12:30 बजे कोतवाली थाना क्षेत्र के लंका बस स्टैंड पर ड्यूटी में थे।
डिग्री कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव चल रहे थे जिसमें पुलिस को इनपुट मिला था कि एक गाड़ी UP 61/8989 में हथियार के साथ कुछ लोग गड़बड़ी कर सकते हैं। उदय शंकर जयसवाल ने बताया, पुलिस चेकिंग कर रही थी कि इसी बीच में इंस्पेक्टर ने एक गाड़ी को रोका।
उस जीप पर बसपा जिलाध्यक्ष लिखा हुआ था और मुख्तार अंसारी बैठा था और यह कहते हुए की किसकी मज़ाल है जो मुख़्तार अंसारी की गाड़ी रोके और फायरिंग शुरू कर दी।
ऐसा था मुख़्तार अंसारी जिसकी अभी हाल ही जेल में हार्ट अटैक से मौत हो गई । इतने कारनामों के बाद भी परिवार वाले कह रहे है कि ये मौत स्वाभाविक नहीं है इसमें भी कोई सियासी चाल है, इसकी जाँच होनी चाहिए।
अब आप लोग ही कमेंट कर के बतायें की सरकार को जाँच करवानी चाहिए या नहीं। आप लोगों को क्या लगता है?
Mukhtar Ansari की मौत पर परिवार का बड़ा बयान, कहा ये स्वाभाविक नहीं 2024 – Tweet This?