नामांकन निरस्त होने पर फूट-फूट कर रोया रिक्शा चालक(Driver), भाजपा नेताओं पर लगाए गंभीर आरोप
देश में लोकसभा आम चुनाव का आगाज हो चुका है ऐसे में सभी प्रत्याशी अपना अपना नामांकन पत्र दाखिल कर रहे हैं ताजा मामला उत्तर प्रदेश के अमरोहा कलेक्ट्रेट परिसर का है जहां पर एक ऑटो रिक्शा चालक ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था किंतु प्रस्तावक के अभाव में जिला निर्वाचन आयोग ने नामांकन पत्र निरस्त कर दिया था उसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर में ही उम्मीदवार ने फूट-फूट कर रोना शुरू कर दिया और उसने भाजपा पर अपने प्रस्तावक को बरगलाने का आरोप लगाया और बताया कि जनता की सेवा करने के लिए चुनाव लड़ना चाहता हूं लेकिन बीजेपी वालों ने मेरे प्रस्तावक को ही अपनी तरफ कर लिया है आगे उसने कहा कि मौजूदा सत्ता में काबिज भाजपा के नेता रिक्शा चालकों से अवैध वसूली करते हैं हर जगह उनके मुंशी तैनात रहते हैं यह सब देखकर मैंने चुनाव लड़ने का फैसला किया था रिक्शा चालकों से अवैध वसूली बंद करना चाहता हूं !