Cherry Tomato: टमाटर की खेती किसानों के लिए फायदेमंद मानी जाती है क्योंकि इसकी उपज अच्छी होती है और इसकी खेती में लागत कम आती है, आज हम आपको बताने वाले हैं चेरी टमाटर के बारे में जिसकी डिमांड अंतरराष्ट्रीय मार्केट में ज्यादा है, इतना ही नहीं इसकी कीमत भी सम्मान है टमाटर की तुलना में बहुत ज्यादा है ।
आमतौर पर, भारत में चेरी टमाटर की खेती एक गर्म मौसम की फसल है। चेरी टमाटर के पौधे 19 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान रेंज में अच्छी तरह से विकसित होते हैं। इसके लिए बहुत सनशाइन की आवश्यकता होती है, लेकिन गर्म मौसम में कम नमी की लगातार बारिश से बैक्टीरियल विल्ट, ब्लाइट, रोट और फ्रूट क्रैकिंग जैसी बीमारी की समस्या बढ़ जाएगी।
इस किस्म की खासियत यह है कि यह जबरदस्त उपज देती है. यह अनियमित बढ़वार वाली किस्म है. इसमें प्रति पौधा औसतन फलों के 9-10 गुच्छे लगते हैं और प्रति गुच्छे में 25-30 चेरी टमाटर लगते हैं.
एक चेरी टमाटर (Cherry Tomato) का औसत वजन 7 से 8 ग्राम तक होता है. साथ ही एक पौधे से औसत उपज तीन से साढ़े चार किलोग्राम तक हासिल किया जा सकता है. इस तरह के प्रति हजार स्क्वायर वर्ग मीटर में इसकी उपज क्षमता 9-11 टन होती है.
रोपाई के 75-80 दिनों के बाद टमाटर की यह किस्म पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है. साथ ही इसकी फसल लंबे समय तक के लिए लगभग 9-10 महीने तक चलती है.
इसके फलों में प्रति 100 ग्राम ताजा वजन के आधार पर 13.02 मिलीग्राम कैरोटीन, 0.33 प्रतिशत खट्टापन और 90 फीसदी तक मिठास होती है साथ ही 18.3 मिलीग्राम एस्कॉर्बिक एसिड पाया जाता है.
चेरी टमाटर (Cherry Tomato) के फायदे
– जूस से कब्ज में राहत
– रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
-औषधीय गुण, कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है
-आंखों के लिए फायदेमंद
-मस्तिष्क क्षमता में वृद्धि
-वजन कम करने में सहायक
-बाल रहते हैं स्वस्थ
-गठिया रोग में फायदेमंद
चेरी टमाटर की बुवाई बीजों के जरिए होती है, इसे आप अपने पास की नर्सरी या फिर बीज की दुकान से खरीद सकते हैं । आप घर में मौजूद मिट्टी के बर्तन को चेरी उगाने के लिए प्रयोग कर सकते हैं, मतलब आप अपने घरेलू उपयोग के लिए भी चेरी टमाटर का उत्पादन कर सकते हैं