- ड्राई फ्रूट में बादाम(Almonds) का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान हैं। इसका उपयोग खाने के अलावा मिठाई बनाने में किया जाता है। सर्दियों में बादाम के लड्डू बनाए जाते हैं जो काफी स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। बादाम का सेवन स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी अच्छा माना गया है। इसी के साथ इसका तेल का उपयोग बालों और दिमाग के लिए लाभकारी बताया गया है। भारत में बादाम का प्रयोग शादियों, जन्मदिन और नव वर्ष पर गिफ्ट पैक के रूप में किया जाता है। प्रमुख त्योहारों और मांगलिक अवसरों पर आज मिठाई की जगह लोग ड्राई फ्रूट का आदान-प्रदान करते हैं जिसमें बादाम को प्रमुख रूप से शामिल किया जाता है। कॉन्टैक्ट फार्मिंग की महत्वपूर्ण भूमिका ड्राई फ्रूट के उत्पादन में है, जो इसे व्यापक रूप से उत्पादनीय बनाती है।
बादाम(Almonds) की खेती का सही तरीका
भारत में बादाम की खेती ठंडे प्रदेशों, जैसे जम्मू और कश्मीर, उत्तराखण्ड, हिमांचल प्रदेश,आंध्र प्रदेश के पहाड़ी भागों में होती है। केरल के कुछ हिस्सों में भी इसकी खेती की जाती है। विश्व के अनेक देशों में बादाम की खेती की जाती है। जिसमें प्रमुख देश हैं-स्पेन, इटली, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, मोरक्को, पुर्तगाल, तुर्की, फ्रांस, अल्जीरिया, अफगानिस्तान और पर्सिया जैसे देशों में भी बादाम की खेती की जाती है।
रोपाई से पहले इसके लिए खड्डे तैयार किए जाते हैं। उनमें ढेर सारी गोबर की खाद और केंचुए की खाद डाली जाती है। पौधे से पौधे की दूरी 5-6 मीटर होनी चाहिए। बादाम की कुछ व्यावसायिक किस्मों में नॉन-पैरिल, कैलिफ़ोर्निया पेपर शेल, मर्सिड, आईएक्सएल, शालीमार, मखदूम, वारिस, प्रणयज, प्लस अल्ट्रा, प्रिमोर्स्कीज, पीयरलेस, कार्मेल, थॉम्पसन, प्राइस, बट्टे, मोंटेरे, रूबी, फ्रिट्ज, सोनोरा, पाद्रे शामिल हैं।
बादाम का उपयोग
भारत में बादाम के गिरी को खूब पसंद किया जाता है। खास तौर पर ज्यादा पोषक और औषधीय गुणों से भरपूर होने की वजह से। इसकी मांग दवाइयों और सौंदर्य सामग्री में इस्तेमाल के लिए भी होती है। बादाम खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार साबित होता है। इससे दिल के दौरे का जोखिम भी कम होता है। इतना ही नहीं, बादाम खाने से दिमाग भी तेज होता है। साथ ही बादाम दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।