70-80 के दशक की जानी-मानी अभिनेत्री (Actress) कई ब्लॉकबस्टर फिल्मे जैसे दीवार, अमर अकबर अन्थोनी, शान, नमक हलाल मे काम करने वाली हीरोइन प्रवीन बॉबी ने बॉलीवुड के महानतम कलाकार अमिताभ बच्चन पर आरोप लगाया था कि अमिताभ उसे मरवाना चाहते थे ।
कौन थी Actress प्रवीन बॉबी
परवीन का जन्म 4 अप्रैल 1949 को, जूनागढ़ गुजरात में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। परवीन के पिता वली मोहम्मद बॉबी जूनागढ़ के नवाब थे। परवीन अकेली ही अपने माता-पिता की एकलौती संतान थी।
प्रवीन बॉबी को बचपन से ही मॉडलिंग का शौक था, उनको पहला ब्रेक मिला चरित्र मूवी में मुख्य भूमिका के साथ, चरित्र मूवी तो फ्लॉप हो गयी लेकिन प्रवीन की धमाकेदार एंट्री बॉलीवुड मे हो चुकी थी ।
प्रवीन बॉबी ने मात्र 2 साल के ही अंदर इतनी उपलब्धि हासिल कर ली कि वह टाइम मैगज़ीन के कवर पर छपने वाली पहली अभिनेत्री बनी, प्रवीन उस वक़्त की मशहूर अभिनेत्री बन चुकी थी, हर प्रोडूसर, निर्देशक की पहली पसंद बन चुकी थी, इतना ही नहीं उस वक्त के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के साथ उनकी जोड़ी को खूब पसंद किया जा रहा था
परवीन और अमिताभ ने दर्जनों फिल्मों में साथ काम किया और लगभग सभी फिल्में हिट रहीं। इनमें ‘सुहाग’, ‘मजबूर’, ‘दीवार’, ‘देशप्रेमी’, ‘नमक हलाल’, ‘काला पत्थर’, ‘कालिया’ और ‘अमर अकबर ऐंथनी’ जैसी फिल्में शामिल हैं।
सच्चे प्यार की तलाश कभी पूरी नहीं हुई
80-90 के दशक में अगर खतरनाक विलेन में किसी का नाम टॉप पर आता था तो वो कोई और नहीं बल्कि डैनी का नाम था। फिल्मों में वो अभिनय से हीरो तक को मात दे देते थे। लोग उनके नाम से भी कांप जाते थे। लेकिन परवीन बॉबी उनके प्यार में पड़ गई थीं। दोनों को कई इवेंट्स में साथ देखा जाता था। बताया जाता है कि दोनों चार सालों तक रिश्ते में रहे थे। डैनी ने एक्ट्रेस संग अपने अफेयर की बात को भी एक इंटरव्यू में कबूला था और उनके बिताए पलों को काफी बेहतरीन बताया था। एक बार डैनी ने प्रवीन के घर में रखा हुआ शंख बजा दिया था जिससे प्रवीन काफ़ी डर गयी थी, बतौर डैनी प्रवीन का यह व्यवहार सामान्य नहीं था ।
इसके बाद प्रवीन की जिंदगी में कबीर बेदी आये, कबीर बेदी के प्यार में इस तरह कैद थी परवीन कि अपने करियर को ताक पर रखकर उनके साथ यूरोप चली गई, कबीर बेदी व्यस्त होने के कारण बॉबी को समय नहीं दे पाते थे, जिसकी वजह से प्रवीन उनसे नाराज रहने लगी, बहुत जल्द यह रिश्ता भी खत्म हो गया और प्रवीन बॉबी फिर से अकेली हो गई ।
कबीर बेदी से अलग होने के बाद प्रवीन की जिंदगी में उस वक्त के स्ट्रगलर डायरेक्टर महेश भट्ट की एंट्री हुई, पहले से ही शादीशुदा महेश भट्ट के साथ प्रवीन का रिश्ता बहुत मुश्किलों भरा रहा, महेश भट्ट ने एक इंटरव्यू में बताया था की देर रात को बेडरूम में प्रवीन बॉबी ने एक अजीब शर्त रख दी की अपने परिवार और मुझमे किसी एक को चुनो, इस सवाल से नाराज होकर महेश भट्ट फ्लैट से निकल कर जाने लगे सड़क पर कुछ दूर चलते ही पीछे से उन्हें एक आवाज सुनाई दी और जब पलट कर देखा तो महेश भट्ट को यकीन नहीं हुआ, प्रवीन उनके पीछे बिना कपड़ों के ही दौड़ आयी थी ।
लेकिन महेश नहीं रुके। अब महेश उनके घर और जिंदगी से जा चुके थे। इस तरह एक फिल्म के सेट पर शुरू हुआ दोनों का रिश्ता, फिल्मी कहानी की तरह ही खत्म हो गया। आज भी महेश भट्ट कई मौकों पर परवीन का जिक्र करते हैं और बताते हैं कि प्रवीन स्कित्ज़ोफ़्रेनिया जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित थी । दौलत और शोहरत के बावजूद परवीन अंदर से काफी अकेली थीं और शायद यही उनके मानसिक रोग की वजह बनी। हालांकि परवीन ने कभी भी इसे स्वीकार नहीं किया और वह फिल्म इंडस्ट्री पर ही आरोप लगाती रहीं कि उनके साथ इंडस्ट्री से जुड़े लोग षड्यंत्र रचा रहे हैं और उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। कहा जाता है की इसी बीमारी की वजह से वह अमिताभ बच्चन पर इस तरह के गंभीर आरोप लगाते रहती थी ।
प्रवीन बॉबी का अंत भयावह था
भट्ट से अलग होने के बाद परवीन बॉबी की जिंदगी में अब अकेलापन और भी बढ़ता जा रहा था। फिल्म इंडस्ट्री से उन्होंने खुद को काट लिया था लेकिन 1973 से 1992 के बीच वह अखबारों से लेकर मैगजीन तक के लिए लिखती रहीं। मुंबई के अपने घर में वह अकेली रहती थीं। किसी का कोई आना-जाना नहीं था। जो उनके अपने थे उन्होंने भी परवीन बॉबी से कन्नी काटनी शुरू कर दी। शायद यही वजह थी कि जब 20 जनवरी 2005 को वह अपने फ्लैट में मृत मिलीं तो किसी को कुछ पता ही नहीं चला। जिस सोसाइटी में परवीन रहती थीं वहां के सिक्यॉरिटी गार्ड ने जब देखा कि परवीन ने तीन दिनों से घर के बाहर रखा दूध और अखबार नहीं लिया है, तो उसने पुलिस को खबर दी। अंदर प्रवीन की डेड बॉडी पड़ी थी मौत कैसे हुई यह पता नहीं चल पाया । पर कहा जाता है कि परवीन को बाएं पैर में गैंगरीन हो गया क्योंकि उन्हें डायबीटीज भी थी। बेड के पास ही एक वीलचेयर थी। कपड़े, दवाइयां, पेटिंग यानी कमरे का हर सामान तितर-बितर पड़ा था। हो सकता है कि वह अपने आखिरी दिनों में चलने-फिरने में असमर्थ रही हों और वीलचेयर की जरूरत पड़ी हो। पोस्टमॉर्टम हुआ तो पता चला कि परवीन ने तीन दिन से कुछ नहीं खाया था। बस शराब पी और दवाइयां खाईं।
महेश भट्ट ने अपने और प्रवीन बॉबी के रिश्ते पर आधारित एक नहीं बल्कि तीन-तीन मूवी बनाई
- अर्थ
- फिर तेरी कहानी याद आयी
- वो लम्हे
प्रवीन बॉबी की जिंदगी किस तरह दर्द भरी रही है इसको समझने के लिए आप इन मूवी को देख सकते है
मशहूर अभिनेत्री ने क्यों लगाया था अमिताभ बच्चन पर इतना गंभीर रूप- Tweet This?